गाजीपुर।
जिले के करंडा थाना क्षेत्र में इन दिनों किसानों की परेशानियां चरम पर हैं। क्षेत्र की प्रमुख नहर कई दिनों से सूखी पड़ी है, जिससे हजारों किसान समय पर अपनी फसल को सिंचित नहीं कर पा रहे हैं। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि धान की फसलें सूखने लगी हैं और अब उन पर दीमक का हमला भी शुरू हो गया है।
किसानों का कहना है कि वे लगातार मेहनत कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की खामोशी ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। नहर में पानी नहीं होने से किसान वैकल्पिक सिंचाई के लिए पंप सेट पर निर्भर हैं, परंतु बिजली विभाग की लापरवाही के कारण पंप भी नहीं चल पा रहे हैं।
स्थानीय किसान रामप्रवेश यादव का कहना है,
> “हम रोज़ खेत पर खड़े होकर आसमान ताकते हैं कि शायद बिजली आ जाए, लेकिन न तो नहर में पानी है और न ही बिजली की आपूर्ति। अब दीमक ने भी फसल चट करनी शुरू कर दी है।”
गांव के कई अन्य किसानों ने भी इस समस्या को लेकर स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया, लेकिन किसी ने अब तक ठोस कदम नहीं उठाया है। किसानों की पीड़ा है कि अगर यही स्थिति बनी रही, तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी और वे कर्ज में डूब जाएंगे।
अब सवाल यह है कि क्या किसान यूं ही सरकार और तंत्र की उपेक्षा का शिकार बने रहेंगे, या फिर प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस विकट स्थिति का संज्ञान लेकर कोई कारगर कदम उठाएंगे?
प्रबुद्ध भारत न्यूज़ नेटवर्क
गाजीपुर ब्यूरो