— वरिष्ठ संवाददाता, प्रबुद्ध भारत न्यूज़
गाजीपुर।
महर्षि विश्वामित्र ऑटोनॉमस स्टेट मेडिकल कॉलेज, जिसे आम बोलचाल में गाजीपुर मेडिकल कॉलेज के नाम से जाना जाता है, प्रदेश के उभरते चिकित्सा संस्थानों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस संस्थान के वर्तमान प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. आनंद मिश्रा की गत दिनों तबीयत अस्वस्थ होने की सूचना पर क्षेत्र में चिंता का माहौल देखा गया।
ज्ञात हो कि डॉ. मिश्रा को हाथ में चोट आने के बाद अस्वस्थता का सामना करना पड़ रहा है, बावजूद इसके वे नियमित रूप से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए चेयर पर बैठकर मरीजों और संस्थान की व्यवस्था संभाल रहे हैं, जो कि चिकित्सा जगत में एक अनुकरणीय उदाहरण है।
इसी क्रम में मंगलवार को जनपद की लोकप्रिय जनप्रतिनिधि छवि रखने वाले नितिन चौबे उर्फ चमचम चौबे ने गाजीपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचकर प्रधानाचार्य डॉ. मिश्रा से मुलाकात की। चौबे, जो कि ग्राम प्रधानी से लेकर ब्लॉक प्रमुख पद तक के प्रबल दावेदार माने जाते हैं, उन्होंने भगवान परशुराम की छवि के समक्ष आशीर्वाद स्वरूप भेंट कर डॉ. मिश्रा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
उनके साथ लावारिस के वारिस कहे जाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णानंद उपाध्याय, टोडरपुर के समाजसेवी अभिषेक मिश्रा और गाजीपुर के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश मिश्रा भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर प्रधानाचार्य के कुशलक्षेम की जानकारी ली और उनके सेवा भाव की सराहना की।
इस अवसर पर डॉ. आनंद मिश्रा ने एक अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए बताया कि बहुप्रतीक्षित एमआरआई सुविधा अब गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही प्रारंभ होने जा रही है। यह सुविधा जनपदवासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी, क्योंकि इससे अब गंभीर रोगों की जांच के लिए वाराणसी या लखनऊ जैसे बड़े शहरों पर निर्भरता कम होगी।
डॉ. मिश्रा ने आगे कहा कि यह मेडिकल कॉलेज निरंतर प्रगति की दिशा में अग्रसर है और भविष्य में इसे पूर्वांचल का चिकित्सा हब बनाने की दिशा में योजनाबद्ध कार्य चल रहा है।
गाजीपुर की जनता के लिए यह खबर निश्चय ही एक बड़ी राहत और उम्मीद की किरण है।