गाजीपुर।
सनातन धर्म की दिव्य परंपराओं में श्रद्धा, साधना और समर्पण के अप्रतिम प्रतीक त्रिकालदर्शी अंतर्यामी प्रभु श्री शिवपूजन बाबा का पावन जन्मोत्सव आज अत्यंत भक्ति, श्रद्धा और दिव्यता के साथ गाजीपुर शहर स्थित दिव्य लोक आश्रम ट्रस्ट के ट्रस्टी व सचिव श्री राजेश चौबे जी के आवास पर मनाया गया।
इस शुभ अवसर पर भक्तों ने विधिपूर्वक दर्शन, पूजन, अर्चन और आरती करते हुए बाबा का पुष्पों, मालाओं व दीपों से दिव्य श्रृंगार किया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने अपने जीवन की मंगलकामनाओं हेतु आशीर्वाद प्राप्त किया, और भक्ति भाव में लीन होकर भावविभोर हो उठे।
जयघोषों से गूंज उठा वातावरण
पूरे आयोजन में “श्री शिवपूजन बाबा की जय”, “गुलेरी बाबा की जय”, “गुलेरी चंद्र शर्मा की जय” जैसे भावपूर्ण जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय और अलौकिक हो गया। इन दिव्य उद्घोषों ने मानो आकाश को भी भक्तिभाव में रंग दिया, और हर भक्त का हृदय भक्ति-रस से सराबोर हो गया।
भक्तों की दिव्य उपस्थिति
इस आयोजन में बाबा के अनेक पुराने, तपस्वी और श्रद्धालु भक्तगण उपस्थित हुए। जिन्होंने वर्षों से बाबा के सान्निध्य में साधना की है, उन्होंने इस अवसर को पुनः आत्मिक मिलन का रूप दिया। जो भक्त किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो सके, उन्होंने अपने-अपने घरों में दीप प्रज्वलित कर, बाबा का ध्यान लगाकर जन्मोत्सव का पावन पूजन किया।
प्रसाद व भंडारा – सेवा का परम रूप
पूजन के उपरांत भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें भक्तों ने भक्तिपूर्वक प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद के माध्यम से सात्त्विक ऊर्जा व आशीर्वाद का वितरण हुआ। भजन, कीर्तन और जयघोष के संग भक्तों ने भोजन कर अपनी आत्मा को भी तृप्त किया।
सनातन संस्कृति की दिव्य झलक
यह जन्मोत्सव केवल पूजन नहीं था, बल्कि सनातन धर्म की जीवंत प्रस्तुति थी – जहाँ श्रद्धा, भक्ति, सेवा और आध्यात्मिक उल्लास का अपूर्व संगम देखने को मिला। श्री शिवपूजन बाबा, गुलेरी बाबा और गुलेरी चंद्र शर्मा जी की तपस्या व कृपा आज भी उनके अनुयायियों के जीवन का मार्गदर्शक दीप बनी हुई है।
—
श्री शिवपूजन बाबा की जय
गुलेरी बाबा की जय
गुलेरी चंद्र शर्मा जी की जय
“भक्ति ही मोक्ष का सेतु है – गुरु ही उसका द्रष्टा”
> रिपोर्ट: प्रबुद्ध भारत न्यूज़ सेवा
स्थान: गाजीपुर